कर्म का फल मिलता ही है |Harshvardhan Jain | 7690030010

Harshvardhan Jain
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To conquer the universe of greatness one has to build great character.  This character, like a great warrior, becomes your spokesperson and gives the message to the world.  Therefore, make your character so excellent that the limits of excellence are shattered.

आपके द्वारा बोए गए बीज का अंकुरित होना एक प्राकृतिक सिद्धांत है। इस ब्रह्मांड में सब कुछ पूर्व निर्धारित है। क्रिया की प्रतिक्रिया होना अटल सत्य है। हमारा जीवन कर्म प्रधान है। जिस कर्म की हम बार-बार पुनरावृत्ति करते हैं, उसके परिणाम स्वरूप ही सर्वश्रेष्ठ सामर्थ्य रूपी संभावनाएं विकल्प बनकर हमारे समक्ष प्रकट होती हैं। हम जैसा चरित्र विकसित करते हैं, वैसा ही भविष्य शोभायमान होता है। यदि हमारा लक्ष्य ही हमारा चरित्र बन जाए, तो कोई भी लक्ष्य इतना बड़ा नहीं हो सकता कि उसे जीता न जा सके। हमारी सफलता की सीमा उतनी ही बड़ी होती है, जितनी बड़ी सीमाएं हमारे चरित्र की होती हैं। चरित्र की कोई सीमा रेखा नहीं होती है। सिर्फ दिशा होती है। चरित्र की नकारात्मक या सकारात्मक दो भावनाएं होती हैं। इन्हीं भावों के सहारे भविष्य आकार लेता है। महानता के ब्रह्मांड को जीतने के लिए महान चरित्र का निर्माण करना पड़ता है। यही चरित्र महान योद्धा की तरह आपका प्रवक्ता बनकर दुनिया को संदेश देता है। इसलिए अपने चरित्र को इतना उत्कृष्ट बनाओ कि उत्कृष्टता की सीमाएं ही टूटकर बिखर जाएं।

हमारे शब्द और कर्म हमारे भविष्य को प्रभावित करते हैं। इसलिए अपने शब्दों का चुनाव भविष्य को ध्यान में रखकर ही करना चाहिए और कर्म करने से पहले भविष्य की झलक को ध्यान में रखना चाहिए। जिससे भविष्य आपकी कल्पनाओं के अनुसार ही जन्म लेता है। भाग्य भी उन्हीं लोगों का साथ देता है, जिन्हें कर्म करने की आदत होती है। कर्म से ही योग्यता विकसित होती है और योग्यता से अवसर का सागर मिलता है। अवसर के सागर से सफलता रूपी मोती उपहार स्वरूप मिलता है। हम आज जो भी हैं, जैसे भी हैं, अपने अतीत में किए गए कर्मों का ही परिणाम हैं और हम भविष्य में वही होंगे जिसका बीज हम आज वर्तमान में बोएंगे। वर्तमान भविष्य की सीढ़ी है। वर्तमान को भविष्य का प्रतिबिंब समझकर ही काम करना चाहिए क्योंकि हर गुजरता हुआ पल भविष्य की धरोहर है। आज का सर्वश्रेष्ठ संभावित निवेश करने का प्रयास करें, भविष्य असीमित उपलब्धियों का सागर निश्चित रूप से बनेगा।

आप जिस व्यक्ति से मिलें, अपने सामर्थ्यवान व्यक्तित्व के दर्शन कराने का भरपूर प्रयास करें क्योंकि अपने भावी व्यक्तित्व को प्रस्तुत करने का अनुपम अवसर कभी कभी मिलता है। अपनी योग्यताओं का उल्लेख कराने का अभ्यास बार बार करने का साहस करें क्योंकि यही आदत आपको असाधारण आत्मविश्वास से भर देगी। अवसर की प्रतीक्षा न करें, कुछ ऐसा करें कि अवसर आपकी प्रतीक्षा करें। कुछ लोग अवसर के इंतजार में जीवन बिता देते हैं और कुछ लोग हर एक परिस्थिति को अवसर बना देते हैं। व्यक्ति बड़ा नहीं होता है, साहस बड़ा होता है। जिसके पास साहस की पूंजी होती है, उसके लिए साधनों के अभाव में भी सागर पार करना असंभव नहीं होता है। इसलिए अभावों की नहीं, संभावनाओं की बात करें। असंभव भी संभव हो जाएगा। आपका व्यवहार आपके भविष्य का चित्रांकन करने में सक्षम होता है। इसलिए अपने व्यवहार को भविष्य की योजनाओं के अनुसार विकसित करने का प्रयास करें जिससे शानदार सफलता का संसार दर्शनीय हो सके।

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6 ماه پیش در تاریخ 1402/10/26 منتشر شده است.
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