Bus Conductor | Telefilm

Doordarshan Cinema
Doordarshan Cinema
103.5 هزار بار بازدید - 4 سال پیش - लघुकथा- बस कंडक्टरकहानी- दलीप कौर
लघुकथा- बस कंडक्टर
कहानी- दलीप कौर तिबाना
निर्माता- गुरशरण सिंह
निर्देशक- दलजीत अमी

'बस कंडक्टर' की कहानी के माध्यम से इसमें कहीं- न- कहीं बंटवारे की पीड़ा दिखाने की कोशिश की गई है| अवतारजीत सिंह रोज़ अपने बस में पाली का इंतज़ार करके ही बस आगे ले जाता है| उससेे टिकट के पैसे नहीं लेना, बस को उसके क्लिनिक तक ले जाना और वहाँ से सवारी लेना लोगों को बातें बनाने का मौका देता है लेकिन पाली उसकी सच्चाई जानकर उसे माफ़ कर देती है| दलीप कौर तिबाना की कहानी हमें बंटवारे के समय लोगों के अपनों से बिछुड़ने की त्रासदी की याद दिलाता है|
4 سال پیش در تاریخ 1399/10/27 منتشر شده است.
103,533 بـار بازدید شده
... بیشتر