पुर्तगाली (Portuguese) -यूरोपियों का भारत में आगमन
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7 سال پیش
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पुर्तगाली
डच
अंग्रेज
फ्रेंच
सन 1492 में कोलंबस भारत की खोज के लिए निकला परंतु उसने अमेरिका की खोज की
1487 बार्थोलोम्यू डियाज नामक पुर्तगाली यात्री अफ्रीका के दक्षिणी सिरे पर पहुंच गया जिसे केप ऑफ गुड होप कहा गया
1498 में वास्कोडिगामा यात्री भारत पहुंचा
भारत में पुर्तगालियों को अरब व्यापारियों से प्रतिस्पर्धा करनी पड़ी
पुर्तगाल के शासक मैन्युअल प्रथम ने 1501 में फारस, अरब और भारत के साथ व्यापार का स्वयं को मालिक घोषित कर दिया
कोचीन और कालीकट की शत्रुता का लाभ उठाया
जब कालीकट के शासक जमोरिन ने अपने बंदरगाह से मुसलमान व्यापारियों को हटाने से मना कर दिया तो पुर्तगालियों ने गोलाबारी की और
कोचीन और कालीकट की शत्रुता का लाभ उठाया
कोचीन में पहला कारखाना बनाया
1509 में पुर्तगालियों द्वारा मिस्र के जहाजों को परास्त कर दीव पर अधिकार कर लिया
1510 में गोवा पर अधिकार कर अपना प्रशासनिक केंद्र बनाया
फ्रांसिस्को डी अल्मेडा
पहला पुर्तगाली गवर्नर
1505 से 1509
अल्फांसो डी अल्बुकर्क
अल्बुकर्क वास्तविक संस्थापक था
उन्होंने हिंद महासागर में समुद्र की सभी प्रवेश स्थानों पर बेस स्थापित किए जिससे समुद्र पर पूर्ण नियंत्रण हो सके
1510 में बीजापुर से गोवा छीना
हिंदू महिलाओं के साथ विवाह की नीति अपनाई
कारखानों का सर्वोच्च अधिकारी पुर्तगाली सम्राट द्वारा नियुक्त होता था
कॉर्टेज सिस्टम
कॉटेज सिस्टम भारतीय व्यापारियों को अपने जहाज को ले जाने से पूर्व गोवा के वायसराय से पास लेना पड़ता था जिसके बदले पुर्तगाली भारतीय जहाजों पर हमला एवं लूटपाट नहीं करते थे
फितोरिया
व्यापारिक अड्डे जहां से नौसैनिक बेड़ों को सहायता प्रदान की जाती थ
पुर्तगालियों का पतन
पुर्तगाली लोगों ने जबरन दूसरे लोगों का धर्म परिवर्तन किया अर्थात धार्मिक असहिष्णुता
उन्होंने डकैती और लूट मार को अपनी नीति बनाया
पुर्तगाली व्यापारियों पर पुर्तगाली राजा का अत्यधिक नियंत्रण था
ब्राजील की खोज के बाद भारत पर ध्यान कम कर दिया
उन्हें डचों, अंग्रेजों एवं अन्य यूरोपीय व्यापारियों से संघर्ष करना पड़ा
वास्तव में पुर्तगाली दूसरे पश्चिमी शक्तियों से प्रतिस्पर्धा करने में असक्षम साबित हुई
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सन 1492 में कोलंबस भारत की खोज के लिए निकला परंतु उसने अमेरिका की खोज की
1487 बार्थोलोम्यू डियाज नामक पुर्तगाली यात्री अफ्रीका के दक्षिणी सिरे पर पहुंच गया जिसे केप ऑफ गुड होप कहा गया
1498 में वास्कोडिगामा यात्री भारत पहुंचा
भारत में पुर्तगालियों को अरब व्यापारियों से प्रतिस्पर्धा करनी पड़ी
पुर्तगाल के शासक मैन्युअल प्रथम ने 1501 में फारस, अरब और भारत के साथ व्यापार का स्वयं को मालिक घोषित कर दिया
कोचीन और कालीकट की शत्रुता का लाभ उठाया
जब कालीकट के शासक जमोरिन ने अपने बंदरगाह से मुसलमान व्यापारियों को हटाने से मना कर दिया तो पुर्तगालियों ने गोलाबारी की और
कोचीन और कालीकट की शत्रुता का लाभ उठाया
कोचीन में पहला कारखाना बनाया
1509 में पुर्तगालियों द्वारा मिस्र के जहाजों को परास्त कर दीव पर अधिकार कर लिया
1510 में गोवा पर अधिकार कर अपना प्रशासनिक केंद्र बनाया
फ्रांसिस्को डी अल्मेडा
पहला पुर्तगाली गवर्नर
1505 से 1509
अल्फांसो डी अल्बुकर्क
अल्बुकर्क वास्तविक संस्थापक था
उन्होंने हिंद महासागर में समुद्र की सभी प्रवेश स्थानों पर बेस स्थापित किए जिससे समुद्र पर पूर्ण नियंत्रण हो सके
1510 में बीजापुर से गोवा छीना
हिंदू महिलाओं के साथ विवाह की नीति अपनाई
कारखानों का सर्वोच्च अधिकारी पुर्तगाली सम्राट द्वारा नियुक्त होता था
कॉर्टेज सिस्टम
कॉटेज सिस्टम भारतीय व्यापारियों को अपने जहाज को ले जाने से पूर्व गोवा के वायसराय से पास लेना पड़ता था जिसके बदले पुर्तगाली भारतीय जहाजों पर हमला एवं लूटपाट नहीं करते थे
फितोरिया
व्यापारिक अड्डे जहां से नौसैनिक बेड़ों को सहायता प्रदान की जाती थ
पुर्तगालियों का पतन
पुर्तगाली लोगों ने जबरन दूसरे लोगों का धर्म परिवर्तन किया अर्थात धार्मिक असहिष्णुता
उन्होंने डकैती और लूट मार को अपनी नीति बनाया
पुर्तगाली व्यापारियों पर पुर्तगाली राजा का अत्यधिक नियंत्रण था
ब्राजील की खोज के बाद भारत पर ध्यान कम कर दिया
उन्हें डचों, अंग्रेजों एवं अन्य यूरोपीय व्यापारियों से संघर्ष करना पड़ा
वास्तव में पुर्तगाली दूसरे पश्चिमी शक्तियों से प्रतिस्पर्धा करने में असक्षम साबित हुई
7 سال پیش
در تاریخ 1396/10/30 منتشر شده
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