H2O water , O2 oxygen , CO2 carbon dioxide, N2 Nitrogen gas के बारे में
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4 سال پیش
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जल के बारे में ऑक्सीजन
जल के बारे में ऑक्सीजन गैस के बारे में कार्बन डाइऑक्साइड गैस के बारे में नाइट्रोजन गैस के बारे में इस वीडियो में बताया गया है यह चारों वैसे ही हमारे जीवन का मुख्य हिस्सा
जैसी जल जो है इस पृथ्वी पर 73 परसेंट उपलब्ध है अर्थात पृथ्वी का एक बहुत बड़ा विभाग जीव जंतु जो है इस समुद्र में पाए जाते हैं जो जल से भरा हुआ है जिसका फार्मूला h2o है यह जल में बहुत सारे जीव पाए जाते हैं इस जल में हाइड्रोजन के दो माली फुल और ऑक्सीजन के एक माली की उन होते हैं हाइड्रोजन का परमाणु क्रमांक एक होता है ऑक्सीजन का परमाणु क्रमांक 8 होता है हाइड्रोजन की वेलेंसिया संयोजकता एक होती है और ऑक्सीजन की संयोजकता दो होती है क्योंकि से दो इलेक्ट्रॉन की जरूरत होती है
ऑक्सीजन के बाहरी कोष में उपस्थित शेल्ट्रॉन में से दो इलेक्ट्रान एक इलेक्ट्रॉन पहले हाइड्रोजन से दूसरा इलेक्ट्रान दूसरे हाइड्रोजन से सहसंयोजक बंध बनाते हैं जिससे जो है हाइड्रोजन ऑक्साइड योगी का निर्माण होता है और हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के बीच सिंगल बॉन्ड का निर्माण होता है क्योंकि ऑक्सीजन की इलेक्ट्रॉनिक इटिविटी विद्युत ऋण आत्मक था बहुत ज्यादा होती है इसलिए यह सैनी को वैलेंट बॉन्ड यासीन इलेक्ट्रोवेलेंट बॉन्ड का नेचर शो करते हैं
jal mein hydrogen oxygen se juda hota hai aur oxygen parinamam charge hota hai partially rinatmak hota hai jisse yah is gone ki vajah se yah hydrogen band bhi show karte Hain
अब आते हैं ऑक्सीजन पर ऑक्सीजन में मैंने बताया इस का परमाणु क्रमांक 8 होता है इसके बाहरी कोष में इलेक्ट्रॉन होते हैं यह आपस में दो आलू आपस में मिल जाते हैं आपस में सहसंयोजक बंध बनाते हैं ऑक्सीजन का दो इलेक्ट्रान और दूसरे ऑक्सीजन का दो इलेक्ट्रान आपस में जब साझा करते हैं तो इन दोनों के पास 88 बैक्ट्रान हो जाते हैं जिससे इनका जो है ऑक्टेट्स तक पूरा हो जाता है और एक अस्थाई योगिक बनाते हैं ऑक्सीजन का मालिक यूज बनाते हैं ऑक्सीजन हमारे सांस लेने के लिए बहुत मुख हम सांस द्वारा फेफड़े में जाकर ऑक्सीजन को ग्रहण करते हैं यहां ऑक्सीजन हमारा रक्त द्वारा हमारी कोशिकाओं में पहुंचकर वहां पर जो है ग्लूकोज का ऑक्सीकरण करती है जिससे एडीपीटी में बदल जाती है और ऊर्जा के रूप में एकत्रित हो जाती है जिससे हमारे शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है और कोशिकाओं में कार्बन डाइऑक्साइड उत्पन्न होती है जिससे पुनः जो है रक्त द्वारा फेफड़े में भेज दिया जाता है और सांस द्वारा हम इसे इन्वायरमेंट में बाहर निकाल देते हैं
यह कार्बन डाइऑक्साइड इन्वायरमेंट में बाहर जाकर बाहर जाकर पौधे जो है ग्रहण करते हैं पौधे इस कार्बन डाइऑक्साइड का जड़ द्वारा लिया गया जल सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में क्लोरोफिल में प्रकाश संश्लेषण फोटो फोटोसिंथेसिस अभिक्रिया करते हैं जिससे ग्लूकोज का निर्माण होता है यह प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है इसीलिए जो है पेड़ जानवरों पर निर्भर है और जानवर जो है पेड़ों पर निर्भर है क्योंकि पेड़ ऑक्सीजन देते हैं और जानवर कार्बन डाइऑक्साइड देते हैं यह साइकिल यह चेक जब से दुनिया बनी तब से चल रहा है और जब तक दुनिया रहेगी चलता रहेगा
कार्बन डाई ऑक्साइड कार्बन डाइऑक्साइड एक घर में गैस है यदि किसी कमरे में इसकी मात्रा ज्यादा हो जाए तो उसका टेंपरेचर बढ़ जाता है यहां तक कि कि उसमें रहने वाले लोगों को सफोकेशन घुटन ही फील होती है कार्बन डाइऑक्साइड में एक कार्बन होता है कार्बन का परमाणु क्रमांक 6 होता है इसकी संयोजकता चार होती है और इसमें दो ऑक्सीजन मॉलिक्यूल होता है इसकी संरचना में कार्बन बीच में होता है और ऑक्सीजन किनारे किनारे होते हैं तो यहां पर ऑक्सीजन जो है कार्बन k1 ऑक्सीजन कार्बन के दो इलेक्ट्रॉनों का साझा करता है दूसरा इलेक्ट्रॉन दो इलेक्ट्रॉनों का साझा करता है और ऑक्सीजन कार्बन के पास खुद चार इलेक्ट्रॉन होते हैं और यह चार इलेक्ट्रान 22 ऑक्सीजन से साझा करता है तो इसमें कार्बन का भी आज तक पूरा हो जाता है ऑक्सीजन का भी अष्टक पूरा हो जाता है इसलिए माली क्यों नष्ट करता है कार्बन डाइऑक्साइड
नाइट्रोजन गैस नाइट्रोजन गैस में दो परमाणुओं का यूज़ होता है नाइट्रोजन का नाइट्रोजन का परमाणु क्रमांक जो है वह साथ होता है इसके बाहरी कोष में 5 इलेक्ट्रॉन होते हैं बाहरी कोष में 5 इलेक्ट्रॉन होते हैं तो यह 33 इलेक्ट्रॉनों का आपस में नाइट्रोजन परमाणु साझा कर लेते हैं जिससे जो है यहां पर ट्रिपल बांड का फॉरमेशन होता है और आपने इसमें देखा कि हाय जल में जो है सिंगल बॉन्ड होता है और ऑक्सीजन में डबल बॉन्ड होता है कार्बन डाइऑक्साइड में डबल बॉन्ड होता है जबकि नाइट्रोजन में ट्रिपल बॉन्ड होता है यह तीनों यह चारों जो है हमारे जीवन के बहुत ही महत्वपूर्ण योगिक हैं जल का हम प्रतिदिन यूज करते हैं ऑक्सीजन को हम प्रतिदिन लेते हैं कार्बन डाइऑक्साइड को प्रतीक्षा निकालते हैं और इन प्रक्रियाओं के दौरान नाइट्रोजन का बहुत बड़ा रोल है
मैं गुलाबचंद मौर्या साइंस टीचर ग्राम इमली वीरेन पोस्ट गोराबारिक सुलतानपुर
जैसी जल जो है इस पृथ्वी पर 73 परसेंट उपलब्ध है अर्थात पृथ्वी का एक बहुत बड़ा विभाग जीव जंतु जो है इस समुद्र में पाए जाते हैं जो जल से भरा हुआ है जिसका फार्मूला h2o है यह जल में बहुत सारे जीव पाए जाते हैं इस जल में हाइड्रोजन के दो माली फुल और ऑक्सीजन के एक माली की उन होते हैं हाइड्रोजन का परमाणु क्रमांक एक होता है ऑक्सीजन का परमाणु क्रमांक 8 होता है हाइड्रोजन की वेलेंसिया संयोजकता एक होती है और ऑक्सीजन की संयोजकता दो होती है क्योंकि से दो इलेक्ट्रॉन की जरूरत होती है
ऑक्सीजन के बाहरी कोष में उपस्थित शेल्ट्रॉन में से दो इलेक्ट्रान एक इलेक्ट्रॉन पहले हाइड्रोजन से दूसरा इलेक्ट्रान दूसरे हाइड्रोजन से सहसंयोजक बंध बनाते हैं जिससे जो है हाइड्रोजन ऑक्साइड योगी का निर्माण होता है और हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के बीच सिंगल बॉन्ड का निर्माण होता है क्योंकि ऑक्सीजन की इलेक्ट्रॉनिक इटिविटी विद्युत ऋण आत्मक था बहुत ज्यादा होती है इसलिए यह सैनी को वैलेंट बॉन्ड यासीन इलेक्ट्रोवेलेंट बॉन्ड का नेचर शो करते हैं
jal mein hydrogen oxygen se juda hota hai aur oxygen parinamam charge hota hai partially rinatmak hota hai jisse yah is gone ki vajah se yah hydrogen band bhi show karte Hain
अब आते हैं ऑक्सीजन पर ऑक्सीजन में मैंने बताया इस का परमाणु क्रमांक 8 होता है इसके बाहरी कोष में इलेक्ट्रॉन होते हैं यह आपस में दो आलू आपस में मिल जाते हैं आपस में सहसंयोजक बंध बनाते हैं ऑक्सीजन का दो इलेक्ट्रान और दूसरे ऑक्सीजन का दो इलेक्ट्रान आपस में जब साझा करते हैं तो इन दोनों के पास 88 बैक्ट्रान हो जाते हैं जिससे इनका जो है ऑक्टेट्स तक पूरा हो जाता है और एक अस्थाई योगिक बनाते हैं ऑक्सीजन का मालिक यूज बनाते हैं ऑक्सीजन हमारे सांस लेने के लिए बहुत मुख हम सांस द्वारा फेफड़े में जाकर ऑक्सीजन को ग्रहण करते हैं यहां ऑक्सीजन हमारा रक्त द्वारा हमारी कोशिकाओं में पहुंचकर वहां पर जो है ग्लूकोज का ऑक्सीकरण करती है जिससे एडीपीटी में बदल जाती है और ऊर्जा के रूप में एकत्रित हो जाती है जिससे हमारे शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है और कोशिकाओं में कार्बन डाइऑक्साइड उत्पन्न होती है जिससे पुनः जो है रक्त द्वारा फेफड़े में भेज दिया जाता है और सांस द्वारा हम इसे इन्वायरमेंट में बाहर निकाल देते हैं
यह कार्बन डाइऑक्साइड इन्वायरमेंट में बाहर जाकर बाहर जाकर पौधे जो है ग्रहण करते हैं पौधे इस कार्बन डाइऑक्साइड का जड़ द्वारा लिया गया जल सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में क्लोरोफिल में प्रकाश संश्लेषण फोटो फोटोसिंथेसिस अभिक्रिया करते हैं जिससे ग्लूकोज का निर्माण होता है यह प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है इसीलिए जो है पेड़ जानवरों पर निर्भर है और जानवर जो है पेड़ों पर निर्भर है क्योंकि पेड़ ऑक्सीजन देते हैं और जानवर कार्बन डाइऑक्साइड देते हैं यह साइकिल यह चेक जब से दुनिया बनी तब से चल रहा है और जब तक दुनिया रहेगी चलता रहेगा
कार्बन डाई ऑक्साइड कार्बन डाइऑक्साइड एक घर में गैस है यदि किसी कमरे में इसकी मात्रा ज्यादा हो जाए तो उसका टेंपरेचर बढ़ जाता है यहां तक कि कि उसमें रहने वाले लोगों को सफोकेशन घुटन ही फील होती है कार्बन डाइऑक्साइड में एक कार्बन होता है कार्बन का परमाणु क्रमांक 6 होता है इसकी संयोजकता चार होती है और इसमें दो ऑक्सीजन मॉलिक्यूल होता है इसकी संरचना में कार्बन बीच में होता है और ऑक्सीजन किनारे किनारे होते हैं तो यहां पर ऑक्सीजन जो है कार्बन k1 ऑक्सीजन कार्बन के दो इलेक्ट्रॉनों का साझा करता है दूसरा इलेक्ट्रॉन दो इलेक्ट्रॉनों का साझा करता है और ऑक्सीजन कार्बन के पास खुद चार इलेक्ट्रॉन होते हैं और यह चार इलेक्ट्रान 22 ऑक्सीजन से साझा करता है तो इसमें कार्बन का भी आज तक पूरा हो जाता है ऑक्सीजन का भी अष्टक पूरा हो जाता है इसलिए माली क्यों नष्ट करता है कार्बन डाइऑक्साइड
नाइट्रोजन गैस नाइट्रोजन गैस में दो परमाणुओं का यूज़ होता है नाइट्रोजन का नाइट्रोजन का परमाणु क्रमांक जो है वह साथ होता है इसके बाहरी कोष में 5 इलेक्ट्रॉन होते हैं बाहरी कोष में 5 इलेक्ट्रॉन होते हैं तो यह 33 इलेक्ट्रॉनों का आपस में नाइट्रोजन परमाणु साझा कर लेते हैं जिससे जो है यहां पर ट्रिपल बांड का फॉरमेशन होता है और आपने इसमें देखा कि हाय जल में जो है सिंगल बॉन्ड होता है और ऑक्सीजन में डबल बॉन्ड होता है कार्बन डाइऑक्साइड में डबल बॉन्ड होता है जबकि नाइट्रोजन में ट्रिपल बॉन्ड होता है यह तीनों यह चारों जो है हमारे जीवन के बहुत ही महत्वपूर्ण योगिक हैं जल का हम प्रतिदिन यूज करते हैं ऑक्सीजन को हम प्रतिदिन लेते हैं कार्बन डाइऑक्साइड को प्रतीक्षा निकालते हैं और इन प्रक्रियाओं के दौरान नाइट्रोजन का बहुत बड़ा रोल है
मैं गुलाबचंद मौर्या साइंस टीचर ग्राम इमली वीरेन पोस्ट गोराबारिक सुलतानपुर
4 سال پیش
در تاریخ 1399/07/06 منتشر شده
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