कुँवर नारायण की कविता-अंतिम ऊँचाई।। तपती धूप की घनी अनुभूति।।
133 بار بازدید -
2 هفته پیش
-
कुँवर नारायण की कविता अंतिम
कुँवर नारायण की कविता अंतिम ऊँचाई।
जीवन के संघर्षो के बीच से निकल मनुष्य जब पीछे मुड़कर देखता है तब उसकी भावनाए भी यही व्यक्त करती हैं,जो यह कविता की पंकितयां व्यक्त कर रहीं हैं।
कविता,हिंदी कविता का यथार्थ, कुँवर नारायण की कविता का सत्य,आधुनिक कविता,सप्तक की कविता।
#hindipoem #hindi #
#hindipoetry #motivational
#harivanshraibachchan #kabirkeshabd
#कुँवर नारायण
#कुँवर
जीवन के संघर्षो के बीच से निकल मनुष्य जब पीछे मुड़कर देखता है तब उसकी भावनाए भी यही व्यक्त करती हैं,जो यह कविता की पंकितयां व्यक्त कर रहीं हैं।
कविता,हिंदी कविता का यथार्थ, कुँवर नारायण की कविता का सत्य,आधुनिक कविता,सप्तक की कविता।
#hindipoem #hindi #
#hindipoetry #motivational
#harivanshraibachchan #kabirkeshabd
#कुँवर नारायण
#कुँवर
2 هفته پیش
در تاریخ 1403/04/14 منتشر شده
است.
133
بـار بازدید شده