मैनपुरी की देवी शीतला महारानी (नवरात्री भजन) बृजेश कुमार शास्त्री || Navratri Mata Rani Songs

Rajput Cassettes
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2.3 میلیون بار بازدید - 5 سال پیش - SAV 19170Title Song - Mainpuri
SAV 19170

Title Song - Mainpuri Ki Devi Sheetla Maharani
Album Name - Sada Vrakch Soranga - 2
Singer - Brijesh Shastri
Lyrics - Brijesh Shastri
Dholak - Avdhesh Kumar
Jhankar - Rajiv kumar
Ghada - Girand Singh
DIGITAL WORK - Vianet Media Pvt. Ltd
Presented By - #RajputCassettes
Label - Rajput Cassettes
Music & Copyrights - Shubham Audio/Video
RajputCassettes - http://bit.do/rajput-cassettes
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शीतला माता एक प्रसिद्ध हिन्दू देवी हैं। इनका प्राचीनकाल से ही बहुत अधिक माहात्म्य रहा है। स्कंद पुराण में शीतला देवी का वाहन गर्दभ बताया गया है। ये हाथों में कलश, सूप, मार्जन (झाडू) तथा नीम के पत्ते धारण करती हैं। इन्हें चेचक आदि कई रोगों की देवी बताया गया है। इन बातों का प्रतीकात्मक महत्व होता है। चेचक का रोगी व्यग्रता में वस्त्र उतार देता है। सूप से रोगी को हवा की जाती है, झाडू से चेचक के फोड़े फट जाते हैं। नीम के पत्ते फोडों को सड़ने नहीं देते। रोगी को ठंडा जल प्रिय होता है अत: कलश का महत्व है। गर्दभ की लीद के लेपन से चेचक के दाग मिट जाते हैं। शीतला-मंदिरों में प्राय: माता शीतला को गर्दभ पर ही आसीन दिखाया गया है। शीतला माता के संग ज्वरासुर- ज्वर का दैत्य, ओलै चंडी बीबी - हैजे की देवी, चौंसठ रोग, घेंटुकर्ण- त्वचा-रोग के देवता एवं रक्तवती - रक्त संक्रमण की देवी होते हैं। इनके कलश में दाल के दानों के रूप में विषाणु या शीतल स्वास्थ्यवर्धक एवं रोगाणु नाशक जल होता है।
5 سال پیش در تاریخ 1398/07/08 منتشر شده است.
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