कंडे की राख से बर्तन बार बनाएं Kande ki rakh se bartan bar banaye
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4 سال پیش
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कंडे की राख से बर्तन
कंडे की राख से बर्तन बार बनाएं
Kande ki rakh se bartan bar banaye
वेदों में देशी गाय के बारे में लिखा है-
"पर्जन्य पत्नी" अर्थात देशी गाय बादलों की पत्नी है।
मतलब बादल वहीं वर्षा करेंगे जहाँ देशी गाय होगी।
आज वैज्ञानिकों ने सिद्ध भी कर दिया कि देशी गाय जब गोबर गोमूत्र करती है तो वहाँ घास उगती है, इस घास पर एक जीवाणु पाया जाता है जिसे "स्युडोमोनास सैरिन्गी" कहते है।
गर्मी के दिनों में यह वायुमण्डल में बादलों की ऊचाई तक चला जाता है और जब बादल आतें है तो ये जीवाणु पानी को जमने पर मजबूर कर देता है तथा बर्फ के क्रिस्टल बनाता है और ये जमें हूए बर्फ के क्रिस्टल आपस में जूडकर भारी होने लगतें है तथा अंत में नीचे गिरने लगतें हैं ।
नीचे वायुमण्डल में ताप अधिक होता है,अतः इसकी बूदें बनने लगती है और बारीश के रुप में धरती पर गिरती है।
आज के यूग में देशी गायों की संख्या में कमी के कारण ही वर्षा में भी कमीं आयी है।
यदि हमें जलवायू परिवर्तन से भारत को बचाना है तो देशी गायों को बचाना ही होगा।
Kande ki rakh se bartan bar banaye
वेदों में देशी गाय के बारे में लिखा है-
"पर्जन्य पत्नी" अर्थात देशी गाय बादलों की पत्नी है।
मतलब बादल वहीं वर्षा करेंगे जहाँ देशी गाय होगी।
आज वैज्ञानिकों ने सिद्ध भी कर दिया कि देशी गाय जब गोबर गोमूत्र करती है तो वहाँ घास उगती है, इस घास पर एक जीवाणु पाया जाता है जिसे "स्युडोमोनास सैरिन्गी" कहते है।
गर्मी के दिनों में यह वायुमण्डल में बादलों की ऊचाई तक चला जाता है और जब बादल आतें है तो ये जीवाणु पानी को जमने पर मजबूर कर देता है तथा बर्फ के क्रिस्टल बनाता है और ये जमें हूए बर्फ के क्रिस्टल आपस में जूडकर भारी होने लगतें है तथा अंत में नीचे गिरने लगतें हैं ।
नीचे वायुमण्डल में ताप अधिक होता है,अतः इसकी बूदें बनने लगती है और बारीश के रुप में धरती पर गिरती है।
आज के यूग में देशी गायों की संख्या में कमी के कारण ही वर्षा में भी कमीं आयी है।
यदि हमें जलवायू परिवर्तन से भारत को बचाना है तो देशी गायों को बचाना ही होगा।
4 سال پیش
در تاریخ 1399/03/22 منتشر شده
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