Kaise jane hum kahan hain? (Full Speech) | हम कैसे जानें कि हम कहाँ हैं?

Radha Govind Mandir, Chandigarh
Radha Govind Mandir, Chandigarh
54.1 هزار بار بازدید - 4 سال پیش - यह सही है अपने आप
यह सही है अपने आप कोई नहीं जान सकता
इसलिए कि जिस मन में ऊँचाई नीचाई होती है,
उत्थान पतन होता है,
वो मन अपने खिलाफ judgement नहीं दे सकता
अर्थात हमारा मन गड़बड़ है और उसी मन से हम पूछ रहे हैं - "क्योँ गड़बड़ है ?"
वो कहेगा - "बिलकुल नहीं, हम तो बिलकुल ठीक हैं "
भगवान् और महापुरुष जान सकते हैं - कौन कहाँ है
लेकिन थोड़ा बहुत idea philosophy के द्वारा हो सकता है, और वो होना चाहिए।

—जगद्गुरूत्तम श्री कृपालु जी महाराज
4 سال پیش در تاریخ 1398/12/29 منتشر شده است.
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