Medhaj Astro | संपूर्ण श्रीमद्द देवीभागवत महापुराण | NON STOP | Part 05 | By Samir Tripathi Ji

Medhaj Astro
Medhaj Astro
139 بار بازدید - 2 ماه پیش - #MedhajAstro |
#MedhajAstro | संपूर्ण #श्रीमद्ददेवीभागवत महापुराण | #nonstop  | Part 05 | By #SamirTripathiJi

देवी भागवत पुराण, जिसे देवी भागवतम, भागवत पुराण, श्रीमद भागवतम और श्रीमद देवी भागवतम के नाम से भी जाना जाता है, देवी भगवती आदिशक्ति/दुर्गा जी को समर्पित एक संस्कृत पाठ है और हिंदू धर्म के अठारह प्रमुख महा पुराणों में से एक है जोकि महर्षि वेद व्यास जी द्वारा रचित है। इस पाठ को देवी उपासकों और शाक्त सम्प्रदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह महापुराण परम पवित्र वेद की प्रसिद्ध श्रुतियों के अर्थ से अनुमोदित, अखिल शास्त्रों के रहस्यका स्रोत तथा आगमों में अपना प्रसिद्ध स्थान रखता है। यह सर्ग, प्रतिसर्ग, वंश, वंशानुकीर्ति, मन्वन्तर आदि पाँचों लक्षणों से पूर्ण हैं। पराम्बा श्री जगदम्बा भगवती दुर्गा जी के पवित्र आख्यानों से युक्त इस पुराण में लगभग १८,००० श्लोक है।

एक बार भगवत्-अनुरागी तथा पुण्यात्मा महर्षियों ने श्री वेदव्यास के परम शिष्य सूतजी से प्रार्थना कि- हे ज्ञानसागर ! आपके श्रीमुख से विष्णु भगवान और शंकर के देवी चरित्र तथा अद्भुत लीलाएं सुनकर हम बहुत सुखी हुए। ईश्वर में आस्था बढ़ी और ज्ञान प्राप्त किया। अब कृपा कर मानव जाति को समस्त सुखों को उपलब्ध कराने वाले, आत्मिक शक्ति देने वाले तथा भोग और मोक्ष प्रदान कराने वाले पवित्रतम पुराण आख्यान सुनाकर अनुगृहीत कीजिए। ज्ञानेच्छु और विनम्र महात्माओं की निष्कपट अभिलाषा जानकर महामुनि सूतजी ने अनुग्रह स्वीकार किया। उन्होंने कहा-जन कल्याण की लालसा से आपने बड़ी सुंदर इच्छा प्रकट की। मैं आप लोगों को उसे सुनाता हूँ। यह सच है कि श्री मद् देवी भागवत् पुराण सभी शास्त्रों तथा धार्मिक ग्रंथों में महान है। इसके सामने बड़े-बड़े तीर्थ और व्रत नगण्य हैं। इस पुराण के सुनने से पाप सूखे वन की भांति जलकर नष्ट हो जाते हैं, जिससे मनुष्य को शोक, क्लेश, दु:ख आदि नहीं भोगने पड़ते। जिस प्रकार सूर्य के प्रकाश के सामने अंधकार छंट जाता है, उसी प्रकार भागवत् पुराण के श्रवण से मनुष्य के सभी कष्ट, व्याधियां और संकोच समाप्त हो जाते हैं। महात्माओं ने सूतजी से भागवत् पुराण के संबंध में ये जिज्ञासाएं रखीं:

पवित्र श्रीमद् देवी भागवत् पुराण का आविर्भाव कब हुआ ?
इसके पठन-पाठन का समय क्या है ?
इसके श्रवण-पठन से किन-किन कामनाओं की पूर्ति होती है ?
सर्वप्रथम इसका श्रवण किसने किया ?
इसके पारायण की विधि क्या है ?

देवी पुराण की महिमा
देवी पुराण के पढ़ने एवं सुनने से भयंकर रोग, अतिवृष्टि, अनावृष्टि भूत-प्रेत बाधा, कष्ट योग और दूसरे आधिभौतिक, आधिदैविक तथा आधिदैहिक कष्टों का निवारण हो जाता है। सूतजी ने इसके लिए एक कथा का उल्लेख करते हुए कहा-वसुदेव जी द्वारा देवी भागवत पुराण को पारायण का फल ही था कि प्रसेनजित को ढूंढ़ने गए श्रीकृष्ण संकट से मुक्त होकर सकुशल घर लौट आए थे। इस पुराण के श्रवण से दरिद्र धनी, रोगी-नीरोगी तथा पुत्रहीन स्त्री पुत्रवती हो जाती है। ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य तथा शूद्र चतुर्वर्णों के व्यक्तियों द्वारा समान रूप से पठनीय एवं श्रवण योग्य यह पुराण आयु, विद्या, बल, धन, यश तथा प्रतिष्ठा देने वाला अनुपम ग्रंथ है।


Be sure to connect with us on our social media platforms to stay updated with the latest astrology insights and valuable content:

✅ Website: https://medhajastro.com/
✅ Instagram: Instagram: astromedhaj
✅ Facebook: Facebook: ShivaIsAdiyogi
✅ Twitter: Twitter: MedhajAstro
✅ Join us on YouTube Membership: @medhajastro

Check out our popular video playlists:

अथ श्रीदुर्गासप्तशती - Dr. Samir Tripathi
🎥 Playlist Link: अथ श्रीदुर्गासप्तशती - Dr. Samir Trip...

श्रीशिवमहापुराण संपूर्ण - अर्थ सहित
🎥 Playlist Link: Shri Shiv Mahapuran - # श्रीशिवमहापुर...

श्रीमद भगवद गीता | संपूर्ण गीता | ʙʜᴀɢᴀᴡᴀᴅ ɢᴇᴇᴛᴀ- ᴀʟʟ ᴄʜᴀᴘᴛᴇʀ𝐬
🎥 Playlist Link: श्रीमद भगवद गीता  | संपूर्ण गीता | Bh...

सम्पूर्ण श्रीरामचरितमानस - अर्थ सहित (Sampoorna Ramcharitramanas - With Meaning)
🎥 Playlist Link: सम्पूर्ण श्रीरामचरितमानस अर्थ सहित (S...

Join Medhaj Astro on this transformative journey of self-discovery and enlightenment. Subscribe to our channel and hit the notification bell to never miss an update. Thank you
2 ماه پیش در تاریخ 1403/03/18 منتشر شده است.
139 بـار بازدید شده
... بیشتر