Ashok Pandey की किताब लपूझन्ना क्यों पढ़ी जानी चाहिए? Lapujhanna Book Review

Nayi Dhara
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941 بار بازدید - 11 ماه پیش - Ashok Pandey की किताब लपूझन्ना
Ashok Pandey की किताब लपूझन्ना क्यों पढ़ी जानी चाहिए? Lapujhanna Book Review

पुस्तक : लपूझन्ना
लेखक : अशोक पाण्डे
प्रकाशन : हिन्द-युग्म प्रकाशन

उर्दू भाषा का शब्द है, लफ़्फूझन्ना यानी कमअक़्ल। हिन्दी भाषा में यह शब्द बना लपूझन्ना, अर्थ वही रहा, बुद्धू या मूर्ख।

‘नई धारा समीक्षा’ में हमारे साथी अवधेश त्रिपाठी इस बार लाए हैं ‘लपूझन्ना’। लेखक हैं हिन्दी के उभरते कथाकार अशोक पाण्डे। मिज़ाज से घुमक्कड़ और दिल से कहानीकार अशोक पांडे की यह किताब 80 के दशक के रामनगर की सैर कराती है। चार दोस्तों के जीवन के इर्द-गिर्द बुनी हुई इस कहानी का मुख्य पात्र कोई इंसान कम और रामनगर ज़्यादा है।

क्या आपने पढ़ी है अशोक पाण्डे की ‘लपूझन्ना'? आपको कैसी लगी? यदि अभी तक नहीं तो उम्मीद है यह समीक्षा देखकर आप इसे ज़रूर पढ़ेंगे और अपनी राय हमारे साथ भी बांटेंगे।


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11 ماه پیش در تاریخ 1402/05/29 منتشر شده است.
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