अरे जा रे हट नटखट Are Ja Re Hat Natkhat - HD वीडियो सोंग - चितलकर, महेंद्र कपूर, आशा भोंसले
12.5 میلیون بار بازدید -
4 سال پیش
-
#भूलेबिसरेगीत
#भूलेबिसरेगीत
#Bollyoldsongs
अरे जा रे हट नटखट - Are Ja Re Hat Natkhat (Mahendra Kapoor, Asha Bhosle, Navrang)
Movie/Album: नवरंग (1959)
Music By: सी.रामचंद्र
Lyrics By: भरत व्यास
Performed By: चितलकर, महेंद्र कपूर, आशा भोंसले
अटक-अटक झटपट पनघट पर
चटक मटक इक नार नवेली
गोरी-गोरी ग्वालन की छोरी चली
चोरी चोरी मुख मोरी मोरी मुसकाये अलबेली
कँकरी गले में मारी कंकरी कन्हैये ने
पकरी बाँह और की अटखेली
भरी पिचकारी मारी (सारारारारा)
भोली पनिहारी बोली
अरे जा रे हट नटखट
ना छू रे मेरा घूँघट
पलट के दूँगी आज तुझे गाली रे
अरे जा रे हट नटखट...
मुझे समझो न तुम भोली-भाली रे
आया होली का त्यौहार
उड़े रंग की बौछार
तू है नार नखरेदार मतवाली रे
आज मीठी लगे है तेरी गाली रे
तक-तक ना मार पिचकारी की धार
कोमल बदन सह सके ना ये मार
तू है अनाड़ी, बड़ा ही गँवार
कजरे में तूने अबीर दिया डार
तेरी झकझोरी से, बाज़ आयी होरी से
चोर तेरी चोरी निराली रे
मुझे समझो ना तुम भोली-भाली रे
अरे जा रे हट नटखट...
धरती है लाल आज, अम्बर है लाल
उड़ने दे गोरी गालों का गुलाल
मत लाज का आज घूँघट निकाल
दे दिल की धड़कन पे, धिनक धिनक ताल
झाँझ बजे चंग बजे, संग में मृदंग बजे
अंग में उमंग खुशियाली रे
आज मीठी लगे है तेरी गाली रे
अरे जा रे हट नटखट...
#Bollyoldsongs
अरे जा रे हट नटखट - Are Ja Re Hat Natkhat (Mahendra Kapoor, Asha Bhosle, Navrang)
Movie/Album: नवरंग (1959)
Music By: सी.रामचंद्र
Lyrics By: भरत व्यास
Performed By: चितलकर, महेंद्र कपूर, आशा भोंसले
अटक-अटक झटपट पनघट पर
चटक मटक इक नार नवेली
गोरी-गोरी ग्वालन की छोरी चली
चोरी चोरी मुख मोरी मोरी मुसकाये अलबेली
कँकरी गले में मारी कंकरी कन्हैये ने
पकरी बाँह और की अटखेली
भरी पिचकारी मारी (सारारारारा)
भोली पनिहारी बोली
अरे जा रे हट नटखट
ना छू रे मेरा घूँघट
पलट के दूँगी आज तुझे गाली रे
अरे जा रे हट नटखट...
मुझे समझो न तुम भोली-भाली रे
आया होली का त्यौहार
उड़े रंग की बौछार
तू है नार नखरेदार मतवाली रे
आज मीठी लगे है तेरी गाली रे
तक-तक ना मार पिचकारी की धार
कोमल बदन सह सके ना ये मार
तू है अनाड़ी, बड़ा ही गँवार
कजरे में तूने अबीर दिया डार
तेरी झकझोरी से, बाज़ आयी होरी से
चोर तेरी चोरी निराली रे
मुझे समझो ना तुम भोली-भाली रे
अरे जा रे हट नटखट...
धरती है लाल आज, अम्बर है लाल
उड़ने दे गोरी गालों का गुलाल
मत लाज का आज घूँघट निकाल
दे दिल की धड़कन पे, धिनक धिनक ताल
झाँझ बजे चंग बजे, संग में मृदंग बजे
अंग में उमंग खुशियाली रे
आज मीठी लगे है तेरी गाली रे
अरे जा रे हट नटखट...
4 سال پیش
در تاریخ 1399/03/28 منتشر شده
است.
12,580,003
بـار بازدید شده