गलती अभी कर रहे हो! || आचार्य प्रशांत (2018)

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वीडियो जानकारी: शब्दयोग सत्संग, 18.3.18, अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा, भारत

प्रसंग:
~ बार-बार एक ही गलती क्यों होती है?
~ हमें अपनी गलती का एहसास कैसे हो?
~ गलती को न करने के क्या उपाय हैं?
~ हम जो भी गलती करते हैं, उसे गलती क्यों नहीं मानते हैं?
~ क्या गलती एक नहीं होती, उसकी पूरी श्रृंखला होती है?
~ गलत उम्मीद क्यों रखते हो?
~ कब मानोगे अपनी गलती?

संगीत: मिलिंद दाते
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6 سال پیش در تاریخ 1397/04/03 منتشر شده است.
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