What is BETA hCG Test in IVF? Pregnancy Test ! Positive BETA hCG Test.

Dr. Priya Bhave Chittawar
Dr. Priya Bhave Chittawar
493.9 هزار بار بازدید - 5 سال پیش - आज हम बात करेंगे कि
आज हम बात करेंगे कि जब IVF Treatment के बाद Positive BETA hCG Test आ जाता है जी हां वही दिन जिसका हम Doctor और Patient दोनों इंतजार कर रहे थे यानि Result का दिन Pregnancy Test का दिन BETA hCG का दिन इस दिन जब आपका BETA hCG Test Positive आ जाता है और डॉक्टर आपको बताते हैं कि आप Conceive हो चुके हैं इस Moment पर अब आगे क्या? इस समय बहुत सारी खुशी तो होती है साथ में बहुत सारी Insanity होती है आगे के सफर को लेके क्या करना होगा? क्या खान-पान रखना होगा? किस तरह की सावधानियां बरतनी होगी? क्या Bed Rest करना होगा? सोनोग्राफी कितने अंतराल में होगी? ऐसे बहुत सारे सवाल होते हैं जो हमारे मन में आना बहुत स्वाभाविक है हमारे Clinic मे Egg Retrieval के दिन को Day 0 माना जाता है और उस दिन से 18वे दिन, यानि 18 Days After Egg Pickup हम Beta hCG Test कराते हैं Beta HCG की Values जो कि हमारे Lab मे Standardized है यदि 200 से अधिक है तो हम इसे Positive Pregnancy मानते हैं और इस Value को एक अच्छी Value माना जाता है यदि ये Value Positive है यानि 10 से अधिक है परंतु 10 से 200 के बीच में है तब ये Value जितनी Expected है उससे कुछ कम मानी जाती है और ऐसे Cases मे ये Value 48 घंटे में रिपीट कराई जाती है BETA hCG जो Hormone है ये Embryos से बनता है Embryo की जो बाहर की कवरिंग होती है वहां से BETA hCG Hormone Secrete होता है तो जब यह Embryo Implant होता है ये Implantation Secure है Embryo Healthy है और Properly Grow कर रहा है, यानी Pregnancy Healthy है तो ये BETA hCG की Value हर 48 घंटे में डबल होनी चाहिए तो जब आपका BETA hCG Test यदि Lower Side है, तो हो सकता है डॉक्टर आपको रिकमेंड करें कि 48 घंटे में हम रिपीट करें इस दिन कई लोग हमसे पूछते हैं क्या हम सोनोग्राफी में प्रेगनेंसी देख सकते हैं? तो जी हां जब हम Beta HCG Test करते हैं उस दिन हम सोनोग्राफी में Gestational Sac यानी की प्रेगनेंसी के बिल्कुल की शुरुआती दौर पर जो झिल्ली बनती है उसको हम देख सकते हैं परंतु अधिकतर Cases में यह जो सोनोग्राफी है ये Beta HCG Test के 2 हफ्ते बाद की जाती है ये जो सोनोग्राफी होती है ये Transvaginal सोनोग्राफी होती है यानी ये Internal सोनोग्राफी होती है और इसमें यह सुनिश्चित किया जाता है सबसे पहले की Pregnancy Uterus के अंदर ही है Uterus से बाहर Ectopic Pregnancy नहीं है साथ ही यह Pregnancy Single है या Twins है हम जानते हैं कि हम कभी कभी दो या तीन Embryos भी Transfer करते हैं तो यह जो Pregnancy है एक ही Embryo Implant हुआ है या दो या तीन Embryo Implant हुए है और यह जो Pregnancy है उसमें धड़कन आई है कि नहीं, यह Viable Pregnancy है कि नहीं यह, इस 6 हफ्ते की सोनोग्राफी में सुनिश्चित किया जाता है जहां तक दवाइयों की बात है Embryo Transfer के बाद Progesterone Injection या फिर जैल दिया जाता है Progesterone का अर्थ होता है Progesterone यानि प्रेगनेंसी को सपोर्ट करने वाला हार्मोन, तो जब आपका Beta HCG Test भी पॉजिटिव आ जाता है उसके बाद भी बहुत जरूरी है कि आप अपने दवाइयां बंद नहीं करें यह दवाइयां आप निरंतर जिस समय पर आपको लिखा गया है उस समय पर नियमित सोनोग्राफी के दिन तक लेते रहे सोनोग्राफी में यदि भ्रूण Healthy है उसकी धड़कन अच्छी है तो डॉक्टर आपको दवाइयां कम करते हैं और Continue करने को कहा जाता है इसके बाद अगली सोनोग्राफी कभी-कभी आठ हफ्तों में की जाती है और उसके बाद 12 हफ्ते में NT Scan नाम की सोनोग्राफी की जाती है IVF कि जो सपोर्टिव दवाइयां हैं तीन से 4 महीने तक चलाई जाती है, 4 महीने के बाद अमूमन यह सारी दवाइयां बंद कर दी जाती है और साधारण प्रेगनेंसी में जिस प्रकार हम आयरन कैल्शियम की दवाइयां लेते हैं वह Supplements आप को चालू किए जाते हैं जहां तक विशेष सावधानियां है आईवीएफ की Cases में सिर्फ दो सावधानियां जरूर बरतें हैं सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आप जिन से सोनोग्राफी करा रहे हैं वह आपकी हिस्ट्री को बराबर समझे उनके पास Tranc Vigainal सोनोग्राफी यानी अंदरूनी सोनोग्राफी की Facility होना बहुत आवश्यक है क्योंकि अंदरूनी सोनोग्राफी से ही हम भ्रूण की हेल्थ को इनिशियल स्टेज में सुनिश्चित कर सकते हैं यदि आपको प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग की समस्या हुई है 10 से 20% IVF के केस में प्रेगनेंसी होने के बाद ब्लीडिंग की समस्या हो जाती है इसे Threatened Miscarriage कहा जाता है ब्लीडिंग दिखने पर पैनिक नहीं करें आपको डॉक्टर कुछ मेडिकेशन देते हैं तो यदि आपको ब्लीडिंग होती है तो वह मेडिकेशन आपको तुरंत लेने होते हैं डॉक्टर के निर्देशानुसार और इस तरह की कोई प्रॉब्लम होने पर पैनिक के बिना डॉक्टर से संपर्क करें हॉस्पिटल में जाकर चेक अप कराएं अधिकतर Cases में बिल्डिंग समय पर कंट्रोल हो जाती है और आगे किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आती है प्रेगनेंसी में कुछ Common Symptoms होते हैं, जैसे कि थकान होना, नींद ज्यादा आना, उल्टियां होना, Constipation होना, Indigestion होना यह सारे Minor Symptoms of Pregnancy कहलाते हैं, और इसके लिए कोई भी दवाई अपने डॉक्टर से सलाह लिए बिना नहीं लीजिए क्योंकि ये दवाइयां डेवलप होने वाले भ्रूण पर बुरा असर डाल सकती है इस दौरान जिन लोगों को वायरल इनफेक्शन है उनसे आप दूरी बनाए रखे क्योंकि पहले 3 महीने में हम नहीं चाहते कि महिला को किसी भी तरह का कोई इंफेक्शन हो यह प्रेगनेंसी से इंटरफेयर कर सकता है #BETAHCGTEST #HCGTEST Disclaimer : the information shared in this video is meant for public awareness and cannot replace physicians advice. For treatment related advice please consult a physician.
5 سال پیش در تاریخ 1398/01/23 منتشر شده است.
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