Be The Bridge | ग़रीबी से अमीरी के लिए सेतु बनों | Harshvardhan Jain | 7690030010

Harshvardhan Jain
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110.3 هزار بار بازدید - 10 ماه پیش - #bethebridge
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Do not limit your thoughts to the limits of a narrow mindset, welcome the future with an open mind.  The limits of the future are infinite.  The future roars in the universe of imagination.  Just as the universe has no boundaries, the future also has no boundaries and human potential also has no boundaries.

आदतें भविष्य तय करती हैं। आदतों के कंधों पर ही भविष्य के श्रंगार का भार होता है। सफल लोग वर्तमान को भविष्य से जोड़ने का प्रयास करते हैं, तभी संभावनाओ की कड़ी से सफलता की जंजीर बनाते हैं। वे वर्तमान और भविष्य के बीच सेतु का कार्य करते हैं। दुनिया में जिसने भी सफलता और महानता की दुनिया बसायी हैं, उसने स्वयं सूत्रधार की भूमिका निभाई है। सूत्रधार एक सोच है, एक संस्कार है और एक आदत है; जो भविष्य को नए रूप में प्रस्तुत करने का सामर्थ्य रखती है। हम लोग सदैव वही कार्य करते हैं; जैसी हमारी सोच होती है, जैसी हमारी विज़न होती है जैसी हमारी कल्पनाएं होती हैं, जैसे हमारे संस्कार होते हैं और जैसी हमारी संस्कृति होती है। इसलिए अपने विचारों को संकुचित मानसिकता की सीमाओं में मत बांधो, खुले विचारों से भविष्य का स्वागत करो। भविष्य की सीमाएं अनंत होती हैं। भविष्य कल्पनाओं के ब्रह्मांड में विचरण करता है। जिस प्रकार ब्रह्मांड की सीमा रेखाएं नहीं होती हैं, उसी प्रकार भविष्य की भी सीमा रेखाएं नहीं होती हैं और मानव सामर्थ्य की भी कोई सीमा रेखा नहीं होती है।

गरीबी और अमीरी हमारे सामर्थ्य का प्रतिबिंब होती है। हम जिस सामर्थ्य का प्रदर्शन करते हैं, उसी सामर्थ्य का जीवन जीते हैं। इसलिए अपने सामर्थ्य की सीमाओं को लांघने का प्रयास करें, एक दिन आपके सामर्थ्य की सीमाओं का विस्तार होना सुनिश्चित हो जाएगा। आपका सामर्थ्य गरीबी की जड़ों को उखाड़कर, अमीरी के साम्राज्य की स्थापना करने में सक्षम है। अपने सामर्थ्य का सम्मान करें और अपने सिद्धांतों का पालन करें। यदि आप अपने सामर्थ्य का सम्मान करने में गर्व महसूस करते हैं, तो अमीरी का सिस्टम विकसित करना असंभव नहीं है। सर्वप्रथम परिवर्तन हमारी सोच में आता है, फिर सोच का सिस्टम विकसित होता है। यही सिस्टम सफलता का निर्माण करता है। जब एक सिस्टम विकसित हो जाता है, तब बार-बार समान परिणामों की पुनरावृत्ति की जा सकती है। इसलिए सिर्फ सफल सिस्टम विकसित करने का साहस दिखाने का प्रयास करें, सफलता का सृजन करना आसान हो जाएगा।

धैर्य और सहनशीलता का संगम व्यक्ति को उपलब्धियों का सागर बनाता है। विरोधी विचारों को सुनकर और संघर्ष के समय में भी धैर्य ना खोने वाला व्यक्ति आदर्श आचरण का उदाहरण प्रस्तुत करता है। विद्वान मीठे और कटु वचनों में अंतर स्पष्ट रूप से समझकर उत्तर देते हैं। वे लोग हमेशा चापलूस लोगों से दूरी बनाकर रखते हैं और कटु सत्य बोलने वाले लोगों का साथ करते हैं। सत्य बोलने वाले लोग अच्छे सलाहकार और सभी के हितैषी होते हैं। लेकिन सत्य वचन हमेशा सुनने में अच्छे नहीं होते हैं। इसीलिए लोग ऐसे लोगों से खुश नहीं रहते हैं। यदि आप सफलता के शिखर पर विराजमान होने का साहस रखते हैं; तो अपनी टीम में ऐसे लोगों को शामिल करें, जो सही समय पर सही सलाह और सही निर्णय करने में सक्षम हों। जिन लोगों ने सफलता का संसार बसाया है, उन्होंने सिर्फ अपनी टीम में सही काम के लिए सही व्यक्ति का चुनाव किया है क्योंकि योग्यता का कोई पर्याय नहीं होता है और योग्यता के कंधे पर ही भविष्य की उपलब्धियां का भार होता है।
10 ماه پیش در تاریخ 1402/08/23 منتشر شده است.
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