Sur Sangram 2 |Episode 14 | Malini Avasthi | Kalpana |Ravi Kishan | Manoj tiwari |
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4 سال پیش
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Sur Sangram 2 |Episode 14
Sur Sangram 2 |Episode 14 | Malini Avasthi | Kalpana |Ravi Kishan | Manoj tiwari |
भोजपुरी टीवी क दुनिया क दूसरा राष्ट्रीय रियलिटी शो सुर संग्राम के शुरुवात हो गइल. भोजपुरिया संगीत प्रेमी लोगन क आपन काबिलियत देखावे क मौका मिल गइल जेकरा खातिर भोजपुरी समाज महुआ चैनल क आभारी रही. लेकिन कार्यक्रम देखला पर मन में हूक अस उठल त सोचनी की एह बात के रउवो लोगन क सामने राख के तनकी एकरा उपर बिचार कइल जाव.
आज जहाँ भोजपुरी के विकास क बात कइल जात बा, भोजपुरी क सम्मान दिलावे के प्रयास हो रहल बा, अउरी भोजपुरी भाषा क माध्यम से भोजपुरिया लोगन क जोड़ के भोजपुरी के संबिधान के आठवाँ अनुसूची में शामिल करावे के प्रयास कइल जा रहल बा, उहँवे भोजपुरी संगीत के भावी पीढी के कहवाँ ले जाये के प्रयास कर रहल बा लोग |
प्रोग्राम क शुरुवाते में भोजपुरी लोकगीत के लडाई के झलक देखे के मिल गइल. जहाँ भोजपुरी लोकगीत के जानल मानल तीन महारथी एह कार्यक्रम के कर्णधार बाड़े, ओहि लोग में सहमति नइखे बन पावत कि का नीमन बा आ का बाउर ! आ का करे के चाहीं, का ना करे के. कार्यक्रम के पहिला जज आ भोजपुरी लोक गीत के एगो सम्मानजनक जगहा दिलावे वाली मालिनी अवस्थी जी के जहाँ अश्लील गीतन के कार्यक्रम में शामिल कइला पर एतराज बा उहवें भोजपुरी संगीत के माध्यम से आसमान छुवे वाली कल्पना जी के एकरा से तनिको परहेज नइखे. साथ में मनोजो भईया, जेकरा के भोजपुरी संगीत के उद्धारकर्तो कहल जाला, एह बात से तनिको फरक नइखे पड़त कि के का गावत बा !
भोजपुरी टीवी क दुनिया क दूसरा राष्ट्रीय रियलिटी शो सुर संग्राम के शुरुवात हो गइल. भोजपुरिया संगीत प्रेमी लोगन क आपन काबिलियत देखावे क मौका मिल गइल जेकरा खातिर भोजपुरी समाज महुआ चैनल क आभारी रही. लेकिन कार्यक्रम देखला पर मन में हूक अस उठल त सोचनी की एह बात के रउवो लोगन क सामने राख के तनकी एकरा उपर बिचार कइल जाव.
आज जहाँ भोजपुरी के विकास क बात कइल जात बा, भोजपुरी क सम्मान दिलावे के प्रयास हो रहल बा, अउरी भोजपुरी भाषा क माध्यम से भोजपुरिया लोगन क जोड़ के भोजपुरी के संबिधान के आठवाँ अनुसूची में शामिल करावे के प्रयास कइल जा रहल बा, उहँवे भोजपुरी संगीत के भावी पीढी के कहवाँ ले जाये के प्रयास कर रहल बा लोग |
प्रोग्राम क शुरुवाते में भोजपुरी लोकगीत के लडाई के झलक देखे के मिल गइल. जहाँ भोजपुरी लोकगीत के जानल मानल तीन महारथी एह कार्यक्रम के कर्णधार बाड़े, ओहि लोग में सहमति नइखे बन पावत कि का नीमन बा आ का बाउर ! आ का करे के चाहीं, का ना करे के. कार्यक्रम के पहिला जज आ भोजपुरी लोक गीत के एगो सम्मानजनक जगहा दिलावे वाली मालिनी अवस्थी जी के जहाँ अश्लील गीतन के कार्यक्रम में शामिल कइला पर एतराज बा उहवें भोजपुरी संगीत के माध्यम से आसमान छुवे वाली कल्पना जी के एकरा से तनिको परहेज नइखे. साथ में मनोजो भईया, जेकरा के भोजपुरी संगीत के उद्धारकर्तो कहल जाला, एह बात से तनिको फरक नइखे पड़त कि के का गावत बा !
4 سال پیش
در تاریخ 1399/11/05 منتشر شده
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